12-06-2022 प्रात:मुरली ओम् शान्ति 03.04.91 "बापदादा" मधुबन
सर्व हदों से निकल बेहद
के वैरागी बनो
वरदान:-
श्रेष्ठ कर्म
द्वारा दुआओं का स्टॉक जमा करने वाले चैतन्य दर्शनीय मूर्त भव
जो भी कर्म करो उसमें
दुआयें लो और दुआयें दो। श्रेष्ठ कर्म करने से सबकी दुआयें स्वत: मिलती हैं। सबके
मुख से निकलता है कि यह तो बहुत अच्छे हैं। वाह! उनके कर्म ही यादगार बन जाते हैं।
भल कोई भी काम करो लेकिन खुशी लो और खुशी दो, दुआयें लो, दुआयें दो। जब अभी संगम पर
दुआयें लेंगे और देंगे तब आपके जड़ चित्रों द्वारा भी दुआ मिलती रहेगी और वर्तमान
में भी चैतन्य दर्शनीय मूर्त बन जायेंगे।
स्लोगन:-
सदा उमंग-उल्लास में रहो तो आलस्य खत्म हो जायेगा।